हरियाणा में ज्ञान की रोशनी
Ajeet Singh
हरियाणा में पुलिस लाइन और गांव-देहात में लाइब्रेरी खोलने की एक अच्छी पहल हुई है। विभिन्न जिलों की पुलिस लाइनों में लाइब्रेरी खोली गई हैं। साथ ही गांव-देहात में भी बिजली निगमों की मदद से लाइब्रेरी खोली जा रही हैं। हरियाणा में लाइब्रेरी के ज़रिए ज्ञान की रोशनी फैलाने के इस अभियान के पीछे राज्य के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और पूर्व मुख्य सचिव पीके दास की अहम भूमिका रही है। 2020 में करनाल के काछवा गांव से लाइब्रेरी खोलने की शुरुआत हुई थी। तब शत्रुजीत कपूर बिजली निगमों के चेयरमैन थे। इसके बाद पीके दास ने लाइब्रेरी को एक अभियान का रूप दिया। कुरुक्षेत्र के मोहड़ी गांव में बनी लाइब्रेरी में ढाई हजार से अधिक किताबें हैं। वहां लाइब्रेरियन का ज़िम्मा संभाल रही सुर्मा बताती हैं कि आसपास के कई गांवों के बच्चों को इसका लाभ मिल रहा है। वहां इंटरनेट और कंप्यूटर भी हैं और कंप्यूटर ट्रेनिंग भी दी जा रही है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले बहुत से छात्र-छात्राएं लाइब्रेरी में आते हैं। लाइब्रेरियन के पद पर कौशल विकास के तहत गांव के ही युवाओं को नियुक्त करने की योजना है।
उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के एमडी डॉ. साकेत कुमार ने बताया कि प्रदेश के गांव-देहात में 21 लाइब्रेरी खुल चुकी हैं जबकि सात बनकर तैयार हो चुकी हैं और सात लाइब्रेरी बनाने का काम चल रहा है। इन लाइब्रेरी में किताबों के अलावा ई-बुक्स, कंप्यूटर और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए किताबों व पत्रिकाओं की व्यवस्था की गई है। पंचकूला पुलिस लाइन में बनी लाइब्रेरी में विभिन्न विषयों की चार हजार से अधिक किताबें हैं। साथ ही वहां पांच विदेशी भाषाएं भी सिखाई जाती हैं। खास बात यह है कि लाइब्रेरी के लिए कोई फीस नहीं है और पुलिसकर्मियों के परिजनों के अलावा सामान्य नागरिक भी लाइब्रेरी का उपयोग कर सकते हैं। अब तक हरियाणा की 9 पुलिस लाइन में ऐसी लाइब्रेरी बन चुकी हैं जबकि विभिन्न जिलों में ऐसी 26 लाइब्रेरी तैयार की जा रही हैं।
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